Monday 16 January 2017

क़रीब उन के आने के दिन आ रहे हैं - Kareeb Un Ke Aane Ke Din

#PyasaMann


नसीब आज़माने के दिन आ रहे हैं

क़रीब उन के आने के दिन आ रहे हैं



जो दिल से कहा है जो दिल से सुना है
सब उनको सुनाने के दिन आ रहे हैं



अभी से दिल-ओ-जाँ सर-ए-राह रख दो
केः लुटने-लुटाने के दिन आ रहे हैं



टपकने लगी उन निगाहों से मस्ती
निगाहें चुराने के दिन आ रहे हैं



सबा फिर हमें पूछती फिर रही है
चमन को सजाने के दिन आ रहे हैं



चलो 'फ़ैज़' फिर से कहीं दिल लगायें
सुना है ठिकाने के दिन आ रहे हैं

-Faiz Ahmed 'Faiz'

-फैज़ अहमद 'फैज़'